टाइफाइड बुखार या लिकाडा के लक्षण और बचाव उपचार सावधानियां जाने » Sarkari Result All Job

टाइफाइड बुखार या लिकाडा के लक्षण और बचाव उपचार सावधानियां जाने

 

आपको टाइफाइड या लिकाडा तो नहीं जाने 1 मिनट में बचाव के उपाय और सावधानियां

Typhoid fever likada

लिकाडा Likada एक सामान्य बुखार है जो अधिकतर अप्रैल-जून के महीने में हमें देखने को मिलती है लिकाडा बुखार अगर सामान्य रूप से इसके लक्षणों के बारे में अगर आपको पता चलता है तो भूलकर भी ना करें इसे इग्नोर जल्द से जल्द डॉक्टरी सहायता ले इसी हम अन्य नामों से भी जानते हैं जैसे typhoid निकाला और हरियाणा के कुछ इलाकों में लिकाडा इत्यादि नाम से भी जाना जाता है

 

 

कैसे फैलता है टाइफाइड या लिकाडा

 

अगर हम लिकाडा Likada कैसे फैलता है इस विषय में बात करें तो यह दूषित भोजन या दूषित जल के द्वारा फैलता है इसके बैक्टीरिया दूषित पानी के साथ मिलकर के हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और हमें टाइफाइड बुखार की समस्या हो जाती है इसके बचाव के लिए शुद्ध जल का प्रयोग करना चाहिए पानी पीने से पहले उसे अच्छी तरीके से उबाल लेना चाहिए साथ ही साथ अगर संभव हो सके तो फिल्टर किया हुआ पानी पिए इससे टाइफाइड की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा

 

 

टाइफाइड के लक्षण

 

 

अगर आपको शरीर पर छोटी-छोटी उभरी हुई झुरिया दिखाई देती है तो आप सावधान हो जाइए इसी के साथ सामान्य बुखार आपको होगा आपको खाने में कुछ भी अच्छा नहीं लगेगा तो आप सावधान हो जाइए क्योंकि यह टाइफाइड के लक्षण है और आपको टाइफाइड बुखार हो सकता है लिकाडा निकलने पर कुछ सावधानियों का विशेष ध्यान रखें जो नीचे बताई गई है

 

 

टाइफाइड बुखार की मुख्य सावधानियां

 

 

#1 सबसे पहले आपको डॉक्टरी सहायता लेनी आवश्यक है अगर आप कहीं ऐसी जगह पर हैं जहां पर आप डॉक्टरी सहायता नहीं ले रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखें

 

 

#2 जो पानी आती रही हैं उसे छानकर की या उबालकर के पिए 100 डिग्री सेल्सियस पर पानी अगर उबाला जाए तो वह कीटाणु रहित हो जाता है और इसी के साथ इस उबले हुए पानी को आप ठंडा करके पी सकते हैं

 

#3 आपको अगर टाइफाइड बुखार है तो दूधिया दूध से बनी चीजों का उपयोग कम से कम करें

 

#4 खटाई का उपयोग न करें जैसे कैरी संतरा नींबू इत्यादि

 

#5 ज्यादा से ज्यादा आराम करें और हल्का भोजन करें इसी के साथ उबला हुआ और साफ पानी ज्यादा मात्रा में पिऐ

 

#6 जहां पर आप सो रहे हैं वहां अगर हो सके तो नीम की टहनियां पत्ते रखें

 

#7 नीम के पत्तों की उबले हुए पानी से नहाए या डॉक्टरी सहायता से लाल दवाई का उपयोग करें

 

यह कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां थी जो कि टाइफाइड बुखार या लिकाडा मैं अत्यंत महत्वपूर्ण होती है इसी के साथ हम आगे जानेंगे

 

यह भी जानें :- 

तकनीक से बनाएं अपनी पहचान, मोबाइल एप की बढ़ती मांग बनी प्रतिभावान युवाओं के लिए संभावनाएं

 

 

टाइफाइड बुखार का उपचार

 

टाइफाइड बुखार एक सामान्य बुखार से बिल्कुल अलग है यह बुखार आपको दूषित जल के द्वारा आपके शरीर में बैक्टीरिया उत्पन्न होता है यह टाइफाइड बुखार या निकाला के रोगी के मल से पानी में मिलने के कारण यह दूषित बैक्टीरिया अन्य व्यक्तियों के शरीर में जाकर के टाइफाइड बुखार को बढ़ाता है

 

इसकी उपचार के उपाय बताने से पहले हम आपको सावधान कर देना चाहेंगे कि कृपया डॉक्टरी सहायता ले अगर आप डॉक्टरी सहायता नहीं ले पा रहे हैं तो कृपया हमारे द्वारा बताई गई कुछ उपायों को आप कर सकते हैं हमने ऊपर आपको महत्वपूर्ण जानकारी में बता दिया है कि क्या सावधानी आपको रखनी है और क्या आपको खाना है

 

इसका उपचार करते समय रोगी को यह जानना अति आवश्यक है कि पास बैठने साथ खाने से यह बैक्टीरिया अन्य व्यक्तियों में नहीं फैलता है तो आप को डरने की कोई आवश्यकता नहीं है परंतु कुछ बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है इस बीमारी में रोगी को ज्यादा से ज्यादा आराम की आवश्यकता होती है साथ ही साथ कम नहाए या 3 दिन में एक बार आप नहा सकते हैं सूर्य या धूप में मैं जाएं इसी के साथ शीशा या आईना देखने से परहेज करें साथ ही साथ पानी में होने वाले रिफ्लेक्शन जैसे तालाब या नदी में अपना चेहरा देखना इत्यादि से बचें

 

 

अपने पास सोते समय नेम के पत्ते अवश्य रखें आपके आसपास नीम के पौधे मिल जाएंगे जहां से आप 1,2 डालिया पत्ते अपने पास रख सकते हैं अब आप जान चुके हैं कि किस तरीके से टाइफाइड बुखार या निकाला से बचाव किया जा सकता है

 

 

अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगती है तो कृपया अपने परिवार और अपने मित्रों के साथ साझा करें ताकि इस तरीके के लक्षण दिखने पर तुरंत अपना इलाज करवा सके टाइफाइड बुखार सामान्य बुखार से बिल्कुल अलग है अगर इसका इलाज समय पर ना हो तो रोगी की जान भी जा सकती हैं Apna mistri

 

Treading

Load More...